सन्ता काफ़ी दिन बाद बन्ता से मिलने आया और आते ही उसने पूछा.
सन्ता:- “और सुना यार, बीवी से झगड़ा सॉल्व हुआ या नही?”
बन्ता:- “अबे घुटनो पर चल के आई थी मेरे पास, घुटनो पे.”
सन्ता:- “क्या बात कर रहा है, सच में.”
बन्ता:- “और नही तो क्या.”
सन्ता:- “फिर क्या बोली?”
बन्ता:- “बोली बेड के नीचे से बाहर आ जाओ, पक्का अब नही मारूँगी.“
सन्ता:- “और सुना यार, बीवी से झगड़ा सॉल्व हुआ या नही?”
बन्ता:- “अबे घुटनो पर चल के आई थी मेरे पास, घुटनो पे.”
सन्ता:- “क्या बात कर रहा है, सच में.”
बन्ता:- “और नही तो क्या.”
सन्ता:- “फिर क्या बोली?”
बन्ता:- “बोली बेड के नीचे से बाहर आ जाओ, पक्का अब नही मारूँगी.“
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