Sunday, April 17, 2016

Vrat (upwas)

Husband : व्रत है ??

Wife : हाँ जी

Husband : कुछ खाया ?

Wife : हाँ जी

Husband : क्या ?

Wife : केला,सेव,अनार ,मूंगफली, फ्रूट क्रीम, आलू की टिक्की, साबूदाने की खीर, साबूदाने के पापड़, कुट्टू की पूरी, सावंख के चावल, सिंघाड़े का आटे का हलवा, खीरा, सुबह-सुबह चाय और अब जूस पी रही हूँ!

Husband- बहुत सख्त व्रत रख रही हो, यह हर किसी के बस का कहाँ है। और कुछ खाने की इच्छा है ? देखलो कहीं कमज़ोरी न आ जाए।

Sunday, April 10, 2016

kya khoob likha hai kisine

kya khoob likha hai kisine

प्यास लगी थी गजब की...
मगर पानी मे जहर था...

पीते तो मर जाते और ना पीते तो भी मर जाते.


बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए!!!
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!!

वक़्त ने कहा.....काश थोड़ा और सब्र होता!!!
सब्र ने कहा....काश थोड़ा और वक़्त होता!!!

सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब...।।
आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर।।


"हुनर" सड़कों पर तमाशा करता है और "किस्मत" महलों में राज करती है!!

"शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी,

पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने,
वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता"..
अजीब सौदागर है ये वक़्त भी!!!!
जवानी का लालच दे के बचपन ले गया....
अब अमीरी का लालच दे के जवानी ले जाएगा.

लौट आता हूँ वापस घर की तरफ... हर रोज़ थका-हारा,
आज तक समझ नहीं आया की जीने के लिए काम करता हूँ या काम करने के लिए जीता हूँ।

“थक गया हूँ तेरी नौकरी से ऐ जिन्दगी
मुनासिब होगा मेरा हिसाब कर दे...!!”

भरी जेब ने ' दुनिया ' की पहेचान करवाई और खाली जेब ने ' अपनो ' की.

जब लगे पैसा कमाने, तो समझ आया,
शौक तो मां-बाप के पैसों से पुरे होते थे,
अपने पैसों से तो सिर्फ जरूरतें पुरी होती है। ...!!!

हंसने की इच्छा ना हो...
तो भी हसना पड़ता है...
.
कोई जब पूछे कैसे हो...??
तो मजे में हूँ कहना पड़ता है...
.

ये ज़िन्दगी का रंगमंच है दोस्तों....
यहाँ हर एक को नाटक करना पड़ता है.

"माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती...
यहाँ आदमी आदमी से जलता है...!!"

दुनिया के बड़े से बड़े साइंटिस्ट,
ये ढूँढ रहे है की मंगल ग्रह पर जीवन है या नहीं,
पर आदमी ये नहीं ढूँढ रहा
कि जीवन में मंगल है या नहीं।

Saturday, March 12, 2016

Santa aur police

पुलिस दरवाजा खटखटाते हैं..
संता : कौन दरवाजा खटखटा रहा हैं?
पुलिस : हम पुलिस हैं, दरवाजा खोलो!
संता – क्यूँ खोलू ?
पुलिस – कुछ बात करनी हैं |
संता : तुम लोग कितने हो !
पुलिस : हम ३ हैं |
संता : तो सालों आपस में बात कर लो, मेरे पास टाइम नहीं है ।

Friday, March 11, 2016

Sasur aur Jamai

जमाई बाबू अपने ससुर से दुखड़ा रो रहे थे कि कैसे उनकी पुत्री ने  उनका जीवन कंटकाकीर्ण कर दिया है!

ससुर साहब सुनते-सुनते इमोशनल हो गए!

बोले: ' बेटे! क्या बताऊँ कि तुम्हारे पास जिस कपड़े का पीस है

मेरे पास उसका पूरा थान है थान! '